लगा कर दिल परीशाँ हैं - The Indic Lyrics Database

लगा कर दिल परीशाँ हैं

गीतकार - हसरत | गायक - लता | संगीत - शंकर-जयकिशन | फ़िल्म - नया घर | वर्ष - 1953

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लगा कर दिल परीशाँ हैं मुहब्बत देख ली हमने
उम्मीदें बन गईं आँसू ये चाहत देख ली हमने
लगा कर दिल
लगी हैं ठोकरें ऐसी के अब जीना भी मुश्किल है
जीना भी मुश्किल है
किसी से क्या करें शिकवा ये क़िस्मत देख ली हमने
लगा कर दिल परीशाँ हैं मुहब्बत देख ली हमने
लगा कर दिल
कभी भूले से दिल वालो किसी से प्यार न करना
हाय प्यार न करना
यहाँ अपने पराये हैं हक़ीक़त देख ली हमने
लगा कर दिल
सता ले आसमाँ तू भी सता ले ग़म के मारों को
ग़म के मारों को
मुसीबत और क्या होगी मुसीबत देख ली हमने
लगा कर दिल परीशाँ हैं मुहब्बत देख ली हमने
लगा कर दिल