प्यार ये जाने कैसा है क्या कहां ये कुछ ऐसा है - The Indic Lyrics Database

प्यार ये जाने कैसा है क्या कहां ये कुछ ऐसा है

गीतकार - महबूब | गायक - कविता कृष्णमूर्ति, सुरेश वाडेकर | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - रंगीला | वर्ष - 1996

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प्यार ये जाने कैसा है क्या कहें ये कुछ ऐसा हैकभी दर्द ये देता है कभी चैन ये देता हैकभी ग़म देता है कभी ख़ुशी देता हैदिन तो गुज़रता है जिसके ख़यालों मेंरातें गुज़रती हैं उस की ही यादों मेंवक़्त मिलन का आये तो बागों मेंझूमें भहारें फूलों की गलियों मेंभँवरों की टोली आयेकलियों पे वो मण्डलायेडर ये ख़िज़ां का भी दिल से मिटायेहो आँखों पे छाये ये सपना बन के तोकोई पराया आये अपना बन केचलते-चलते राहों की धूप मेंसाथी मिल जाये कोई साया बन केमंज़िल आये ना आयेया कोई तूफ़ाँ आयेदिलवालों को ये जीना सिखाये