कोलंबस कोलंबस छुट्टी है आई - The Indic Lyrics Database

कोलंबस कोलंबस छुट्टी है आई

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - सोनू निगम | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - जीन्स | वर्ष - 1998

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columbus columbusछुट्टीइ है आईआओ कोई नया मुल्क ढूँढें चल के भाईcolumbus columbusछुट्टीइ है आई
आओ कोई नया मुल्क ढूँढें चल के भाई
छुट्टी छुट्टी छुट्टी कोई लहर दिल में उट्ठी -२( columbus columbusछुट्टीइ है आई
आओ कोई नया मुल्क ढूँढें चल के भाई ) -२
छुट्टी छुट्टी छुट्टी कोई लहर दिल में उट्ठी -२ऐसी जगह दिल कहता है चलोदुनिया की कोई बुराई जहाँ न होफ़ौजी तैयारी जंग और लड़ाईभूख और बीमारी गंदी राजनीतीइन सबसे दूर कहीं तो होगी हँसती-गाती ज़िंदगीcolumbusमेहनत हमने पाँच दिनों कीपाई तब है दो दिन की छुट्टीआओ ख़ुशी से झूमें हवाओं की तरह घूमेंकलियों को हम चूमें लहरों से खेलेंबचपन में लौट जायें पँख लगा केउड़ना सीखें इस अम्बर की सैर करेंपरदेसी हैं पंछी बन के नगर-नगर की सैर करेंफिर दरिया की ओर जायें ऊँची-नीची मौज आयेऐसे झूले झुलायें आये नींद हमेंcolumbus
columbus columbusछुट्टीइ है आई
आओ कोई नया मुल्क ढूँढें चल के भाई
छुट्टी छुट्टी छुट्टी कोई लहर दिल में उट्ठी -२देखो जो कोई लड़की प्यारीअपनी इन आँखों में तुम उसके सपने रख लोसागर की लहरों की साड़ी उसको पहनाओअम्बर के तारों के बुंदे उसको बनवाओउसको भी प्यार से ख़ुद से कहते रहोप्यारा ये ख़ाब है दो दिन तो देख लोख़ाबों में ही दो दिन रहोcolumbus
columbus columbusछुट्टीइ है आई
आओ कोई नया मुल्क ढूँढें चल के भाई
छुट्टी छुट्टी छुट्टी कोई लहर दिल में उट्ठी -२
columbus