ई कांचा हाय रे दैया हो रे घुंघरू का बोले - The Indic Lyrics Database

ई कांचा हाय रे दैया हो रे घुंघरू का बोले

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - हरे राम हरे कृष्णा | वर्ष - 1971

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ए कांचा
हाय रे दइया हाय रे मेरा साजन वो कहलाये
देखते सब रह जायें वो मेरा हाथ पकड़ लई जाये( हो रे घुँघरू का बोले
कैसा हो वो अइसा हो मेरा घुंघटा जो खोले ) -२
अरे कोरा कोरा गोरा गोरा बाँका छोरा सैयाँ मोरा
हो रे घुँघरू का बोले रे( जिधर से भी गुज़र जाये मेरा चितचोर
हं आं मेरा चितचोर
हाय दइया मच जाये गलियों में शोर
झाँकें झरोखों से गोरियाँ ) -२
जो देखे ये बोले, हाय मेरा मन डोले
हो जो देखे ये बोले, हाय मेरा मन डोलेहो रे घुँघरू का बोले
कैसा हो वो अइसा हो मेरा घुंघटा जो खोले
अरे कोरा कोरा गोरा गोरा बाँका छोरा सैयाँ मोरा
हो रे घुँघरू का बोले रे( मेले में अकेले मोहे संग लई जाये
मोहे संग लई जाये
काँच की पचरंगी चूड़ियाँ पहनाये
झुमके भी लई दे बजार से ) -२
जब बोले हाँ बोले, ना मुँह से ना बोले
हो जब बोले हाँ बोले, ना मुँह से ना बोलेहो रे घुँघरू का बोले
कैसा हो वो अइसा हो मेरा घुंघटा जो खोले
अरे कोरा कोरा गोरा गोरा बाँका छोरा सैयाँ मोरा
हो रे घुँघरू का बोले रे( तेरे जैसा हाँ उं हूँ
तेरे जैसा नहीं तेरे जैसा नहीं रे
हं अं ऐसा नहीं रे
हाय रामा कोई मेरे जैसा नहीं रे
है कोई तो आये सामने
मेरा दिल धड़का दे, लट उलझी सुलझा दे
हो मेरा दिल धड़का दे, लट उलझी सुलझा देहो रे घुँघरू का बोले
कैसा हो वो अइसा हो मेरा घुंघटा जो खोले
अरे कोरा कोरा गोरा गोरा बाँका छोरा सैयाँ मोरा
हो रे घुँघरू का बोले रे