गूँज नहीं यह पर्वत की - The Indic Lyrics Database

गूँज नहीं यह पर्वत की

गीतकार - प्रकाश बख्शी | गायक - सुरैया, रफी | संगीत - सरदूल क्वात्र | फ़िल्म - गूंज | वर्ष - 1952

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गूँज नहीं यह पर्वत की
र: ओ मेरी प्यारी मोना
खाली है दिल का कोना
पीतल के मोल है सोना
सस्ता है माल उठा ले

अपना मुझे बना ले-3


सु: ओ तू तीन बचों का बाप रे
ये (???) पाप रे
जा अपना रासता
जा अपना रासता नाप रे
ना पड़ूँगी तेरे पाले
र: अरे वाह
सु: जा बातें बनाने वाले
तुमसे (??) हम काले
अपनी ओ जान गँवा ले
हो ओ

र: ओ मेरी प्यारी मोना
खाली है दिल का कोना
पीतल के मोल है सोना
सस्ता है माल उठा ले

अपना मुझे बना ले-3


र: ओ मेरा मोनी कहे तोहे माँ-2
तू भी मेरी है जाँ-2
अब छोड़ दे तू ना ना-2
बीवी बन गले लगा ले

सु: जा बातें बनाने वाले
तुमसे (??) हम काले
अपनी ओ जान गँवा ले
हो ओ

र: ओ मेरी प्यारी मोना
खाली है दिल का कोना
पीतल के मोल है सोना
सस्ता है माल उठा ले

अपना मुझे बना ले-3


सु: ओ
तुझे दिल दे के रोग लगा लूँ-2
अपने सामने से चोटी उलझा लूँ
हाय अपने सामने से चोटी उलझा लूँ
क्यूँ रोग लगा लूँ
र: सादा कहे जो ब्याह मैं रचा लूँ-2
दुनिया कर दूँ मैं तेरे हवाले

सु: जा बातें बनाने वाले
तुमसे (??) हम काले
अपनी ओ जान गँवा ले
हो ओ

र: ओ मेरी प्यारी मोना
खाली है दिल का कोना
पीतल के मोल है सोना
सस्ता है माल उठा ले

अपना मुझे बना ले-3
ओ $