लाख ज़माने वाले डालें दिलों पे ताले - The Indic Lyrics Database

लाख ज़माने वाले डालें दिलों पे ताले

गीतकार - साहिर | गायक - गीता | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - बाज़ी | वर्ष - 1951

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( लाख ज़माने वाले
डालें दिलों पे ताले
तुम भी न भूलो बालम
हम भी न भूलें )
बालम
हम भी न भूलें

( दिल की लगी पे देखो
आँच न आये
जान रहे के जाये
प्यार न जाये )
बीते सो बीते देखो
दुनिया न जीते देखो
तुम भी न भूलो बालम
हम भी न भूलें
बालम
हम भी न भूलें

( ग़म जो तुम्हारा हो वो
ग़म भी है प्यारा
मैं भी तुम्हारी बालम
दिल भी तुम्हारा )
प्रीत लगी न छूटे
डोर बाँधे न टूटे
तुम भी न भूलो बालम
हम भी न भूलें
बालम
हम भी न भूलें
लाख ज़माने वाले
डालें दिलों पे ताले
तुम भी न भूलो बालम
हम भी न भूलें
बालम
हम भी न भूलें