ज़ोर देखो शोर देखो थोड़ा कहो थोड़ा सुनो - The Indic Lyrics Database

ज़ोर देखो शोर देखो थोड़ा कहो थोड़ा सुनो

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - अगोश | संगीत - अगोश | फ़िल्म - जोर | वर्ष - 1998

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ज़ोर
ज़ोर देखो शोर देखो थोड़ा कहो थोड़ा सुनो
ज़ोर देखो शोर देखो थोड़ा रुको थोड़ा चलो
किसी ने किसी से कहा मचा है शहर में ये शोर ये है ज़ोरज़िंदगी खुशनुमा वक़्त खिलता हुआ
जो सपनों में था वो भी हासिल हुआ
दिल को बांधे हुए प्यार की डोर है
ये कहानी तो है जब तलक ज़ोर है
ज़ोर देखो शोर देखो ...जब भी डर सा लगे चांद छुपने लगे
हो अंधेरा बड़ा तुम अगर रुक गए
ये नहीं देखना रात घनघोर है
याद रखना ज़रा तुम में भी ज़ोर है
ज़ोर देखो शोर देखो ...