दिल तो के ना जायो बारासात का मौसम हैं - The Indic Lyrics Database

दिल तो के ना जायो बारासात का मौसम हैं

गीतकार - एस एच बिहारी | गायक - कविता कृष्णमूर्ति | संगीत - बप्पी लाहिड़ी | फ़िल्म - कब तक चुप रहूंगी | वर्ष - 1988

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दिल तोड़ के न जाइयो बरसात का मौसम है
हमें छोड़ के न जइयो बरसात का मौसम है
पानी में जल न जाए यह भीगा बदन मेरा
आओ नइक आग है सीने में सावन का महीना है
प्यासी ये जवानी है और साथ हसीना है
बादल बरस रहे हैं बिजली चमक रही है
बाहों में सिमट अइयो बरसात का मौसम है
दिल तोड़ के न जाइयो ...कुछ लोग ज़माने में इस प्यार से जलते हैं
दो प्यार के प्यासे दिल हर हाल में मिलते हैं
मिलते हैं मिलने वाले जलते हैं जलने वाले
लोगों से न घबरइयो बरसात का मौसम है
दिल तोड़ के न जाइयो ...