साथी रे तुझ बिन जिया उदास रे - The Indic Lyrics Database

साथी रे तुझ बिन जिया उदास रे

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - सलिल चौधरी | फ़िल्म - पूनम की रात | वर्ष - 1965

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साथी रे साथी रेतुझ बिन जिया उदास रे
ये कैसी अन्बुझ प्यास रे
आजा आजा
साथी रे ...दोनों जहाँ से दूर यहाँ मैं
भटक रही मैं जाने कहाँ मैं
साथी रे ...ना मैं काया, ना मैं छाया
फिर क्यों डोले, मन भरमाया मन भरमाया
साथी रे ...प्यार की मैं अन्बूझी कहानी
कुछ जानी और कुछ अन्जानी
साथी रे ...