निगाहों ने फेनका है पंजे पे छक्का - The Indic Lyrics Database

निगाहों ने फेनका है पंजे पे छक्का

गीतकार - अंजान | गायक - मोहम्मद रफ़ी, आशा भोंसले | संगीत - ओपी नैय्यर | फ़िल्म - जाली नोट | वर्ष - 1960

View in Roman

आ : निगाहों ने फेंका है पंजे पे छक्का -२
बलम तेरा-मेरा हुआ प्यार पका
र : मुहब्बत में दिल को लगा ऐसा धक्का -२
लड़ी आँख मैं रह गया हक्का-बक्का
आ : निगाहों ने फेंका है पंजे पे छक्कार : घटाओं के घूँघट में चन्दा छुपाये
लबों पर चमक बिजलियों की सजाये -२
मेरे दिल में ऐसे क़दम तूने रखा -२
लड़ी आँख मैं रह गया हक्का-बक्का
आ : निगाहों ने फेंका है पंजे पे छक्कामुक़द्दर हो राज़ी तो दुनिया भी राज़ी
मुहब्बत है क्या है ये सब पत्तेबाज़ी -२
तेरे हाथ है आज क़िसमत का यक्का -२
बलम तेरा-मेरा हुआ प्यार पका
र : मुहब्बत में दिल को लगा ऐसा धक्का -२