मधु ऋतु आइ फागुन की सखी - The Indic Lyrics Database

मधु ऋतु आइ फागुन की सखी

गीतकार - केदार शर्मा | गायक - सहगान, पहाड़ी सान्याल | संगीत - आर सी बोराल | फ़िल्म - विद्यापति | वर्ष - 1937

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प : मधु-रितु आई फागुन की सखि भ्रमरों की भरमार
रस के लोभी कली-कली को चूमत सौ-सौ बारप : मधुर-मधुर ब्रिंदावन साजे
को : मधुर-मधुर ब्रिंदावन साजे
प : मधुर श्याम की बाँसुरि बाजे
को : मधुर श्याम की बाँसुरि बाजेप : मधुर-मधुर साजन की रातें
मधुर-मधुर चितवन की घातें
को : मधुर-मधुर साजन की रातें
मधुर-मधुर चितवन की घातेंप : मधुर-मधुर मधुर-मधुर
झूम तननन झूम झूम पायल की झंकार
को : मधुर-मधुर मधुर-मधुर
झूम तननन झूम झूम पायल की झंकारप : नाच भ्रमर तू नाच
भ्रमरों की भरमार
को : ( नाच भ्रमर तू नाच
भ्रमरों की भरमार ) -२प : नाच भ्रमर तू नाच
को : भ्रमरों की भरमार