चल हत री हवा घुंघट ना उठा: - The Indic Lyrics Database

चल हत री हवा घुंघट ना उठा:

गीतकार - मसरूर अनवर | गायक - नूरजहां | संगीत - सलीम इकबाल | फ़िल्म - मदर-ए-वतन (पाकिस्तानी-फिल्म) | वर्ष - 1966

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चल हट री हवा घूँघट ना उठा-२
मेरा मुखड़ा बालम देखेगा
चल हट री हवा घूँघट ना उठाकोई आ बसा मेरे ध्यान में-२
मेरी जान आई है जान में-२
तू उलझती है क्या मेरी लट ना उड़ा-२
मेरा मुखड़ा बालम देखेगा
चल हट री हवा घूँघट ना उठामेरे दिल में नग़मे हैं प्यार के-२
ना सुना तराने बाहार के-२
चल चल जा जा मुझे कुछ ना सुना-२
मेरा मुखड़ा बालम देखेगा
चल हट री हवा घूँघट ना उठाजो मिलेंगे सेहरा उठा के वो-२
दो हँसेंगे आँखें मिला के वो-२
नहीं तुझ को पता मेरे दिल में है क्या-२
मेरा मुखड़ा बालम देखेगा
चल हट री हवा घूँघट ना उठा
मेरा मुखड़ा बालम देखेगा
चल हट री हवा घूँघट ना उठा