शोला जो भड़के दिल मेरा धड़के - The Indic Lyrics Database

शोला जो भड़के दिल मेरा धड़के

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - लता, चितलकर | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - अलबेला | वर्ष - 1951

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शोला जो भड़के दिल मेरा धड़के
दर्द जवानी का सताए बढ़-बढ़ के
महकी हवाएं बहके कदम मेरे
ऐसे में थाम लो आ के बलम मोरे
पत्ता भी खड़के तो बिजली सी कड़के, दर्द
प्यार को मेरे किसने पुकारा
दिल में उतर गया किसका इशारा
याद ये किसकी लाई पकड़ के, दर्द
देखा जो तुमको दर्द हुआ कम
अब तो न होंगे तुमसे जुदा हम$