तेरी रेशमी ज़ुल्फ़ें - The Indic Lyrics Database

तेरी रेशमी ज़ुल्फ़ें

गीतकार - असद भोपाली | गायक - आशा भोसले, महेंद्रा केपर | संगीत - उषा खन्ना | फ़िल्म - आग | वर्ष - 1967

View in Roman

तेरी रेशमी जुल्फें छू कर
जब बड़े सहाबा आती है
हर साँस महक जाती है
हर साँस महक जाती है
तेरे प्यार से मेरे हमदम
खुशबुए वफ़ा आती है
हर साँस महक जाती है
हर साँस महक जाती है

खनकती चूड़ियों में
ज़िन्दगी के गीत मिलते है
खनकती चूड़ियों में
ज़िन्दगी के गीत मिलते है
तेरी पलकें झपकती है
तो दिल के तार हिलते है
तो दिल के तार हिलते है
तेरा फूल सा मुखड़ा चुके
जब शोख हवा आती है
हर साँस महक जाती है
हर साँस महक जाती है

मचलती धड़कने जब
तेरे दिल की बात करती है
मचलती धड़कने जब
तेरे दिल की बात करती है
मोहब्बत की फिजाये तेरे
तक मदहोश रहती है
है मदहोश रहती है
तेरे प्यार का नगमा बांके
जब दिल की सदा आती है
हर साँस महक जाती है
हर साँस महक जाती है.