ले आई फिर कहां परी - The Indic Lyrics Database

ले आई फिर कहां परी

गीतकार - शेवन रिज़वी | गायक - नूरजहां | संगीत - नशद | फ़िल्म - सालगिरह (पाकिस्तानी-फिल्म) | वर्ष - 1969

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ले आई फिर कहाँ पर, क़िस्मत हमें कहाँ से -२
ये तो वोही जगह है, गुज़रे थे हम जहाँ से
ले आई फिर कहाँ परमजबूर कर रही है, फिर गर्दिश-ए-ज़माना -२
हम छेड़ दें वहीं से, गुज़रा हुआ फ़साना
लेकिन कोई बता दे, भूले थे हम कहाँ से
ये तो वोही जगह है, गुज़रे थे हम जहाँ से
ले आई फिर कहाँ परतेरी ही अंजुमन में, ये इंतेज़ार तेरा -२
तेरे बग़ैर साथी, जश्न-ए-बहार तेरा
ये कौन सी अदा है, पूछेंगे आस्मान से
ये तो वोही जगह है, गुज़रे थे हम जहाँ से
ले आई फिर कहाँ परमहफ़िल में आपकी हम, कुछ और तो न लाए -२
नग़मात में सजाकर, जज़बात लेके आए
याद आएंगे बहुत हम, जाएंगे जब यहाँ से
ये तो वोही जगह है, गुज़रे थे हम जहाँ सेले आई फिर कहाँ पर, क़िस्मत हमें कहाँ से -२
ये तो वोही जगह है, गुज़रे थे हम जहाँ से
ले आई फिर कहाँ पर