सोलहवें सावन से हाय राम बचाए मुजे - The Indic Lyrics Database

सोलहवें सावन से हाय राम बचाए मुजे

गीतकार - प्रवीण भारद्वाज | गायक - सहगान, अनुराधा श्रीराम | संगीत - आनंद राज आनंद | फ़िल्म - पिता | वर्ष - 2001

View in Roman

सोलहवें सावन से भँवरों के दामन से
चढ़ती जवानी से बारिश के पानी से
मन बड़ा घबराए
हाय राम बचाए मुझे राम बचाए
हाय राम
अरे राम
हाय राम बचाए ...पहले ही दिन हाय निकली जो घर से
बच ना सकी आशिक़ों की नज़र से
कहने लगे आज आई है देखो
परी आसमां की ज़मीं पे उतर के
इन गोरे गालों पे हाय हाय
इन काले बालों पे ऊँ हाय
अरे इन गोरे गालों पे इन काले बालों पे
आँखों के काजल पे नागिन सी चालों पे
हर कोई लुट लुट जाए हाय हाय
राम बचाए ...बदली ख्यालों की छटती नहीं है
तन्हा शामें ये कटती नहीं हैं
प्यास होंठों पे ऐसी रुकी है जो
भीगी घटाओ से बुझती नहीं है
दे दे दुआ कोई हाय हाय
या दे दवा कोई हाय
दे दे दुआ कोई या दे दवा कोई
पूरब से आई है ऐसी हवा कोई
दिल उड़ा ही जाए हाय हाय
हाय राम बचाए ...
र र र र राम बचाए ...