मेरी गलियों से लोगों की यारी बाध गई - The Indic Lyrics Database

मेरी गलियों से लोगों की यारी बाध गई

गीतकार - इन्दीवर | गायक - लता मंगेशकर, महेंद्र कपूर | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - धर्मात्मा: | वर्ष - 1975

View in Roman

म:
तू ही मेरा प्यार है तू ही मेरी आरज़ूदैर-ओ-हरम को भूल गये हम जबसे देखीं तेरी गलियाँको: रेशमाल: मेरी गलियों से लोगों की यारी बढ़ गई
सबकी नज़रों में मेरी जवानी चढ़ गई
कोई कहे दिल ले जा, कोई कहे दिल दे जा
तुझमें अगर हिम्मत है मुझे तू ले जा, ले जा, ले जा
ले जा, ले जा, ले जाम: होय क़ुर्बाँल: मुझे पा सकेगा वोही मेरा दिल जिसपे हो मेहरबाँ
मुझे पाना नहीं है आसान, पहले रख ले हथेली पे जान
इतने मेरे दीवाने तेरा काँप न जाये कलेजा
तुझमें अगर हिम्मत है मुझे तू ले जा, ले जा, ले जा

... दिल लगाने का तब नाम ले
तू अगर जवाँ मर्द है हाथ आ के मेरा थाम ले
होंठों ने एक दावत दी पैग़ाम नज़र ने भेजा
तुझमें अगर हिम्मत है मुझे तू ले जा, ले जा, ले जा