ओ बालम तेरे प्यार की ठंडी आग में जलते जलते - The Indic Lyrics Database

ओ बालम तेरे प्यार की ठंडी आग में जलते जलते

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - आशा भोसले - मोहम्मद रफी | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - राम और श्याम | वर्ष - 1967

View in Roman

ओ बालम तेरे प्यार की ठंडी आग में जलते जलते
मैं तो हार गई रे
ओ लूट लिया दिल तूने मेरा राह में चलते चलते
नैना मार गई रे
मैं हूँ बावरिया तेरी सावरिया, दिल से जाना ना
आज मिली हो जैसे अकेली कल भी चली आना
चंदा और सूरज की तरह रोज़ निकलते ढलते
मैं तो हार गई रे
डाल के जादू रूप का तूने दिल मेरा है छीना
प्रीतम तूने प्रीत जगा दी छेड़ के मन की बीना
नैनों में भरके प्यार का कजरा अंखियां मलते मलते
नैना मार गई रे