तुम प्यार से देखो हम प्यार से देखने - The Indic Lyrics Database

तुम प्यार से देखो हम प्यार से देखने

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - मुकेश, शारदा | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - सपनों का सौदागर | वर्ष - 1968

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मु : तुम प्यार से देखो हम प्यार से देखें
जीवन के अँधेरे में बिखर जाए उजाला
शा : तुम प्यार से देखो ...मु : हम तुम पर जो भारी थे वो दिन बीत गए हैं
मतवाली डगर पे जो मिले मीत नए हैं
शा : ख़ुशियों की लहर और चाँद जोड़ गई है
हम प्यार करने वालों की दुनिया ही नई है -२
मु : तुम प्यार से देखो
शा : हम प्यार से देखें
दो : जीवन के अँधेरे ...
को : तुम प्यार से देखो ...मु : फिर आज धड़कता हुआ दिल बोल रहा है
फिर से कहीं उड़ जाने को पर खोल रहा है
शा : नगरी जवाँ अरमानों की ये प्रेमनगर है
हर दिल उछल रहा है मोहब्बत का असर है
मु : तुम प्यार से देखो
शा : हम प्यार से देखें
दो : जीवन के अँधेरे ...
को : तुम प्यार से देखो ...