कुछ ऐसे बंधन होते हैं - The Indic Lyrics Database

कुछ ऐसे बंधन होते हैं

गीतकार - अंजान | गायक - लता मंगेशकर, मुकेश | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - फरिश्ता या कातिल | वर्ष - 1977

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ल : ( कुछ ऐसे ) -२ बंधन होते हैं जो बिन बाँधे बँध जाते हैं
मु : जो बिन बाँधे बँध जाते हैं वो जीवन भर तड़पाते हैं
कुछ ऐसे बंधन ...
ल : कुछ ऐसे बंधन ...जाने ये कैसा नाता है जो बिन जोड़े जुड़ जाता है
इक दिन मन का पागल पंछी बिन पंख लगे उड़ जाता है
मु : सूरज छूने की कोशिश में पंछी के पर जल जाते हैं
कुछ ऐसे बंधन ...
ल : कुछ ऐसे बंधन ...जब प्यार की तपती राहों में दो प्यासे दिल मिल जाते हैं
फिर धूप-छाँव बन जाती है साँसों में फूल खिल जाते हैं
मु : जागी आँखों के ये सपने अक्सर मन को छल जाते हैं
कुछ ऐसे बंधन ...
ल : कुछ ऐसे बंधन ...