तुम कितानी कुबासुउरत हो ये मेरे दिल से पुछो - The Indic Lyrics Database

तुम कितानी कुबासुउरत हो ये मेरे दिल से पुछो

गीतकार - हसरत जयपुरी, नीरजी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - जंगल में मंगल | वर्ष - 1972

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तुम कितनी खूबसूरत हो
ये मेरे दिल से पूछो
इन धड़कनों से पूछो तुम
क्यों दिल है तुमसे दीवानाशरमा रही हो जाना
बल खा रही हो जाना
मुझे मानो या ना मानो
अपना तो तुम्ही को मानाकभी दूर जाके लूटा
कभी पास आके लूटा
जो सितम की आज तुमने
मुझे मुस्कुराके लूटा