मेरे ज़िंदगी के हमसफ़र - The Indic Lyrics Database

मेरे ज़िंदगी के हमसफ़र

गीतकार - जान निसार अख्तर | गायक - गीता | संगीत - ओपी नैय्यर | फ़िल्म - श्रीमती 420 | वर्ष - 1956

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मेरे ज़िंदगी के हमसफ़र
देखना यहाँ भी इक नज़र
तेरा मेरा राज़ क्या
इस क़दर भी नाज़ क्या
थोड़ा थोड़ा प्यार कर ले
कल की कुछ नहीं खबर
मेरे ज़िंदगी के हमसफ़र
मुझ पे इक नज़र तो डाल दे
दिल की हसरतें निकाल दे
हँस के मेरा नाम ले
हाथ मेरा थाम ले
दिल खुशी से झूम जाये
कुछ तो ऐसी बात कर
मेरे ज़िंदगी के हमसफ़र
ग़म नहीं मुझे जो दिल गया
मुझको दिलरुबा तो मिल गया
तू मेरे क़रीब है
हर खुशी नसीब है
मीठी मीठी ये अदायें
तीखी तीखी ये नज़र
मेरे ज़िंदगी के हमसफ़र