तुम महाकति जवां चंदानी हो - The Indic Lyrics Database

तुम महाकति जवां चंदानी हो

गीतकार - जान निसार अख्तर | गायक - मुकेश | संगीत - खैय्याम | फ़िल्म - प्यासे दिल | वर्ष - 1974

View in Roman

तुम महकती जवाँ चाँदनी हो चलती फिरती कोई रोशनी हो
रंग भी रूप भी रागिनी भी जो भी सोचूँ तुम्हें तुम वही हो
तुम महकती जवाँ ...नर्म आँचल से छनती ये ख़ुश्बू मेरे हर ख़्वाब पर छा गई है
जब भी तुम पर निग़ाहें पड़ी हैं दिल में एक प्यास लहरा गई है
तुम तो सचमुच छलकती नदी हो
चलती फिरती कोई ...जब से देखा है चाहा है तुमको ये फ़साना चला है वहीं से
कब तलक़ दिल भटकता रहेगा माँग लूँ आज तुमको तुम्हीं से
कि तुम तो खुद प्यार हो ज़िन्दगी हो
चलती फिरती कोई ...