अंखियों में अंखियां दाल के - The Indic Lyrics Database

अंखियों में अंखियां दाल के

गीतकार - अरुण भैरवी | गायक - अनुराधा पौडवाल, नितिन मुकेश | संगीत - वैष्णव देव | फ़िल्म - दिल मेरा धड़कन तेरी (गैर-फिल्म) | वर्ष - 2002

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अँखियों में अँखियाँ डाल के बैरी ले गई दिल निकाल के
सुन सजनी वे सुन सजनी इसे रखना ज़रा सम्भाल के
नहीं तो हम मर जाएंगे कुछ कर जाएंगेअँखियों में अँखियाँ बैरी ले गया दिल निकाल के
सुन सजना वे सुन सजना इसे रखना ज़रा सम्भाल के
नहीं तो हम मर जाएंगे कुछ कर जाएंगेसुन सुन कहती है मस्त पवन बजने दे प्यार की धुन
छुन छुन कर के पायलिया कहती है मुझे बस चुन
ओ ओ
अब तुझ से मुहोब्बत है करना तेरे साथ ही जीना मरना
सुन सजना वे सुन सजना हम पंछी हैं इक डाल के
अँखियों में अँखियाँ ...सुन सुन सजना प्यार में है अब पागल मेरा मन
सजनी रे सजनी प्यार तो है इक मीठी सी उलझन
ओ ओ
मन चाहे तुझी में है खोना तुझे पा के तेरा ही होना
सुन सजनी वे सुन सजनी हम पंछी हैं इक डाल के
अँखियों में अँखियाँ ...