मुझे तेरी मोहब्बत का सहारा मिल गया होता - The Indic Lyrics Database

मुझे तेरी मोहब्बत का सहारा मिल गया होता

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता - रफी | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - आप आये बहार आई | वर्ष - 1971

View in Roman

दिल शाद था के फूल खिलेंगे बहार में
मारा गया गरीब इस ही ऐतबार में
मुझे तेरी मोहब्बत का सहारा मिल गया होता
अगर तूफां नही आता किनारा मिल गया होता
न था मंजूर किस्मत को, न थी मर्ज़ी बहारों की
नहीं तो इस गुलिस्ताँ में, कमी थी क्या नज़ारों की
मेरी नज़रों को भी कोई नज़ारा मिल गया होता
खुशी से अपनी आँखों को मैं अश्कों से भीगो लेता
मेरे बदले तू हस लेती, तेरे बदले मैं रो लेता
मुझे ऐ काश तेरा दर्द सारा मिल गया होता
मिली है चाँदनी जिनको, ये उनकी अपनी किस्मत है
मुझे अपने मुक़द्दर से फकत इतनी शिकायत है
मुझे टूटा हुआ कोई सितारा मिल गया होता