सोचो ना ज़रा ये सोचो ना - The Indic Lyrics Database

सोचो ना ज़रा ये सोचो ना

गीतकार - रानी मलिक | गायक - अलका याज्ञिक - उदित नारायण | संगीत - आनंद - मिलींद | फ़िल्म - छोटे सरकार | वर्ष - 1996

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सोचो ना ज़रा ये सोचो ना
बोलो ना सनम कुछ बोलो ना
आँखें ना मिलती तो फिर ये दिल कैसे मिलते
अगर न मिलते दिल तो बोलो हम कैसे मिलते
आते जाते रहे हमेशा ये तक़रार के मौसम
बड़े दिनों के बाद मगर आए हैं प्यार के मौसम
चले जा रहे थे हम दोनों बचते और बचते
एक दूजे की जान बन गए मिलते और मिलाते
आज भी ना इक़रार जो होता तो हम मर जाते
मर जाते तो दिल की बाते कैसे बतलाते
सच बोलूँ तो मिलकर तुमसे इसी बात का ग़म है
तेरे प्यार के लिए ये सारी उम्र बहोत ही कम है
लफ़्ज़ों में समझाऊँ कैसे चाहत की गहराई
तेरे साथ रहूंगी बन के मैं तेरी परछाई
देते है आवाज़ तुम्हे ये बाहों के सहारे
क्या होगा जो नज़र लगा दे सारे ये नज़ारें