बन चले राम रघुराई - The Indic Lyrics Database

बन चले राम रघुराई

गीतकार - पंडित इंद्र | गायक - सहगान, विष्णुपंत पाग्निस | संगीत - ज्ञान दत्त | फ़िल्म - संत तुलसीदास | वर्ष - 1939

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Vइश्नुपन्त Pअग्निस:बन चले राम रघुराई
और संग जानकी माई
लछुमन जैसा भाईअवधपुरी के नर-नारी ने
आँसू नदी बहाई
राम-राम करते दशरथ ने
अपनी जान गवाई
माता कौसल्या बिलपत?? डोले
क्यूँ पझरे दिनराईबन चले राम रघुराई ...राम बिना मेरी सुनी अयोध्या
लछुमन बिन ठकुराई
सीता बिना मेरी सुनी रसोई
कौन करे चतुराईबन चले राम रघुराई ...Pअग्निस अन्द चोरुस:
बन चले राम रघुराई
बन चले राम रघुराई
बन चले राम रघुराई