भली भली सी एक सूरत, भला सा एक नाम - The Indic Lyrics Database

भली भली सी एक सूरत, भला सा एक नाम

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - आशा - किशोर | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - बुदढ़ा मिल गया | वर्ष - 1971

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भली भली सी एक सूरत, भला सा एक नाम
धड़कन है मेरे दिलकी, सुबह हो या शाम
कौन है वो दिलरुबा, कहो ना हमसे ज़रा
तुम हो वो दिलरुबा
हुई मेरे भी जिया की चोरी
हाँ उस चोर की शक्ल है गोरी
हो गया मिलना बहोत ज़रूरी
फिर सुनो तो आगे हमारे दिल की मजबूरी
वो जो मेरे करीब आया, मेरे तन पे पड़ा जो साया
यूँ समझो ना गले लगाया
तब से सोती हूँ जागती हूँ, लेके उसका नाम
कौन है वो दिलरुबा, कहो ना हम से ज़रा
तुम हो वो दिलरुबा
हाए मुश्किल है मेरा भी जीना
सोचूँ तो आता है पसीना
कल मैने देखी अजब हसीना
प्यार में उसके धड़के मेरा दिल, जलता है सीना
पास वो आई बड़ी अदा से
बोली क्यो हो खफा खफा से
हम भी थे एक नज़र के प्यासे
दिल पे उसने जो हाथ रखा, आ गया आराम
कौन है वो दिलरुबा, कहो ना हम से ज़रा
तुम हो वो दिलरुबा