सिमटी सी, शरमाई सी, किस दुनिया से तुम आयी हो - The Indic Lyrics Database

सिमटी सी, शरमाई सी, किस दुनिया से तुम आयी हो

गीतकार - कैफ़ी आज़मी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - परवाना | वर्ष - 1971

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सिमटी सी, शरमाई सी, किस दुनिया से तुम आई हो
कैसे जहां में समायेगा, इतना हुस्न जो लाई हो
हीरा नजर, चांदी बदन, रेशम हसीं, मुखड़ा चमन
कंगाल हैं सारे हसीन, बस एक तुम ही रखती हो धन
लूटने का डर है घबरायी हो
जब तक तुम्हे देखा नहीं, ये दिल कभी धड़का नहीं
आये गये कितने सनम, मैने मगर पूजा नहीं
तुम दिल की पहली अंगड़ाई हो
आँखे मिली, वादा हुआ, कुछ कह दिया, कुछ सुन लिया
ठहरे कहाँ बेताब दिल, कैसे मिले अपना पता
ज़ुल्फों की बदली जब छाई हो