मैं तेरे गले की माला - The Indic Lyrics Database

मैं तेरे गले की माला

गीतकार - ज़िया सरहदी | गायक - बिब्बो, सुरेंद्र नाथ | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - ग्रामोफोन गायक | वर्ष - 1938

View in Roman

सु : मैं तेरे गले की माला -६बि : तू सागर मैं सरीता -२
तू कवि मैं कवीता
तू सागर मैं सरीता
तू कवि मैं कवीतासु : तू मेरी नज़र की ज्वाला
( तू मेरी नज़र की ज्वाला
मैं तेरे गले की माला ) -२बि : मैं तेरे गले की माला -२
दो : मैं तेरे गले की माला -२सु : दीपक बन सन्सार जला दे -२
आग़ लगा दे आग़ लगा दे -२
दीपक बन सन्सार जला दे -२बि : हँस और हँस कर प्रेम सिखा दे -२
प्रेम सिखाने वाला
तू प्रेम सिखाने वाला
मैं तेरे गले की माला -२
सु : मैं तेरे गले की माला -२
दो : मैं तेरे गले की माला -२