सुन भाई बाराती अरे दुल्हा दुल्हन को अकेला - The Indic Lyrics Database

सुन भाई बाराती अरे दुल्हा दुल्हन को अकेला

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - वारंट | वर्ष - 1975

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सुन भई बाराती -२
अरे दूल्हा-दुल्हन को अकेला ज़रा छोड़ो
प्यार भरी बातें करें जीवन-साथी
सुन भई बाराती ...हाँ बड़ी मुश्किल से दिल मिलते हैं
अरमानों के गुल खिलते हैं
जीवन में बस एक बार
साजन-सजनी को अकेला ज़रा छोड़ो
मिल के गले लहराएँ दीपक-बाती
सुन भई बाराती ...हाँ ऊपर से हम रंगीले हैं
अंदर से हम शर्मीले हैं
देखो न हमें इस तरह
? को अकेला ज़रा छोड़ो
रात मिलन की है एक बार आती
सुन भई बाराती ...