इधर इंतज़ार उधार इंतज़ार तू भी बेकरारी - The Indic Lyrics Database

इधर इंतज़ार उधार इंतज़ार तू भी बेकरारी

गीतकार - वर्मा मलिक | गायक - मुकेश | संगीत - चित्रगुप्त | फ़िल्म - Intezaar | वर्ष - 1973

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इधर इन्तज़ार उधर इन्तज़ार तू भी बेक़रार मैं भी बेक़रार
जग की मर्यादा देखो बनी है दीवार
इधर इन्तज़ार ...ठंडी ठंडी आहें और जलती जवानी
आग से देखो जैसे लिपटा है पानी
ये तनहाई ये अंगड़ाई
इक है जवानी और ग़म बेशुमार
इधर इन्तज़ार ...पास पास रहके भी इतनी है दूरी
कोई नहीं समझेगा तेरी मजबूरी
ज़िन्दगी है तेरी रात अंधेरी
रूठ न जाए कहीं रूप की बहार
इधर इन्तज़ार ...