आदमी खिलोना है - The Indic Lyrics Database

आदमी खिलोना है

गीतकार - समीर | गायक - अलका याज्ञिक | संगीत - नदीम सैफ़ी, श्रवण राठौड़ | फ़िल्म - आदमी खिलोना है | वर्ष - 1993

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रातें ढलती नहीं
उसकी मर्ज़ी बिना पत्ता हिलता नहीं
रब जो चाहे वही तोह होना हैं
आदमी खिलौना हैं
आदमी खिलौना हैं
रब जो चाहे वही तोह होना हैं
रब जो चाहे वही तोह होना हैं
आदमी खिलौना हैं
आदमी खिलौना हैं

जीना हैं हास्के हमें जीवन का हर पल
कोई न जाने यहाँ क्या हो जाए कल
जीना हैं हास्के हमें जीवन का हर पल
कोई न जाने यहाँ क्या हो जाए कल
हर ख्वाब यहाँ पे सजोना हैं
हर ख्वाब यहाँ पे सजोना हैं
आदमी खिलौना हैं
आदमी खिलौना हैं
रब जो चाहे वही तोह होना हैं
आदमी खिलौना हैं
आदमी खिलौना हैं
आदमी खिलौना हैं
आदमी खिलौना हैं.