गिन-गिन तारे मैं हार गई रात को - The Indic Lyrics Database

गिन-गिन तारे मैं हार गई रात को

गीतकार - शकील | गायक - लता | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - जादू | वर्ष - 1951

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गिन-गिन तारे
गिन-गिन तारे मैं हार गई रात को-2
हाय मेरे सैयाँ न आये मुलाकात को
गिन-गिन तारे मैं हार गई रात को
हाय मेरे सैयाँ न आये मुलाकात को
गिन-गिन तारे


बिरहा की रात मैंने रो के बिताई
राजा रो के बिताई
सुनता है कौन दुखी दिल की दुहाई
राजा दिल की दुहाई
चन्दा जी भी छुप-छुप थे सुन के मेरी बात को-2

गिन-गिन तारे
गिन-गिन तारे मैं हार गई रात को
हाय मेरे सैयाँ न आये मुलाकात को
गिन-गिन तारे

हो
आजा परदेसी पिया दिन फेर अपने
राजा दिन फेर अपने
नैनों में आन बसे तेरे ही सपने
राजा तेरे ही सपने
चौँक पड़ूँ रह-रह के आधी-आधी रात को-2

गिन-गिन तारे
गिन-गिन तारे मैं हार गई रात को
हाय मेरे सैयाँ न आये मुलाकात को
गिन-गिन तारे$