घूँघट नहीं खोलूँगी सैंया तोरे आगे - The Indic Lyrics Database

घूँघट नहीं खोलूँगी सैंया तोरे आगे

गीतकार - शकील | गायक - लता | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - भारत माता | वर्ष - 1957

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घूँघट नहीं खोलूँगी सैंया तोरे आगे
उमर मोरी बाली शरम मोहे लागे
घूँघट नहीं ...

मुख पे घूँघट नैनों में रसिया
मन ही मन मुस्काऊँ -2
दिल की बतियाँ तू ही समझ ले
मैं कैसे बतलाऊँ-2
जियरा मोरा लरजे बदन मोरा काँपे
घूँघट नहीं ...

नाचे अंग-अंग मुरली की धुन पर
गाए मन मतवाला-2
दिल पर मोरे तूने बलमवा
कैसा जादू डाला-2
जिया को मोरे लूटा बाँसुरिया बजइके
घूँघट नहीं ...$