बालमा है तू मेरे - The Indic Lyrics Database

बालमा है तू मेरे

गीतकार - ना | गायक - अमित कुमार, कविता कृष्णमूर्ती | संगीत - इलैयाराजा | फ़िल्म - आदमी और अप्सरा | वर्ष - 1991

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बलमा हैं तू मेरे दिल का मेहमा
आतिथ्य यूँ ही रहना सदा ह्रदय माँ
प्राणो की तू पुर्णीमा मेरा तू ही मेहरबा
बंद गए हैं स्नेहमा
मैं गगन के चन्दर्मा
बलमा बालमा बलमा
पिर्यातमा हैं तू मेरे दिल की मेहमा
आतिथ्य यूँ ही रहना सदा ह्रदय माँ
संग न छोड़ू स्वर्गमा
मिलती हैं तू स्वपन माँ
तू नाइयाँ की लालिमा तू ही तू परंमा
पिर्यातमा पिर्यातमा पिरयात्मा
बलमा हैं तू मेरे दिल का मेहमा

गगन दीना ने भी आज प्यार वाले
धरती के ये गीत गए
मरी जाट ने ये कच्चे पन का
दुम्चा तन मेरे
दिल में रुक्सा खिल के
मैं गगन का जादू चन्दर
मां से हैं नरवर
नई लोचा में आया
तड़का से बढ़कर ताड़ी सुंदर सुंदर
मेरे तन से तन मुस्काया
भेद खुलते ही मनन के
सर भी सरगम हो गया संगम
जग से जो दूर हुई तो
बहार गम खुस दोनों हम
होलियो में देख लो
छुपे प्रेम लेख को
कठारो के होठ पर देखे कितने रेफर
घडिया बीति आगे के तेवर पे
पिर्यातमा हैं तू मेरे दिल की मेहमा
आतिथ्य यूँ ही रहना सदा ह्रदय माँ

प्राण वायु की ये बेनु ऐसे बजी
दिल ने दिक् की डोरी थमी
देवगन बना लोकमन
गीत छाया ममता लेके साडी
क्या देवों ने इसको वेद मंतर पड़के
रजि मनन से वचन से कर दी
मेनका थी लेकिन घ्यान की ये बन गयी
कुन में कुण मेला सी लिपटी
तू नहीं तो होगा नहीं रवि का
उत्तण्ड निकलेगा दांग
तू न हो तो जीवन मेरा मोत का

मौसम में न होगा पुरनम
तू तो संग संग हो दोस्ती का रंग हो
अमृत की जावत हो रुके कोई कैसे हो
जग में ऐसे यूँ ही बालमे बाईट
बलमा हैं तू मेरे दिल का मेहमा
पिर्यातमा हैं तू मेरे दिल की मेहमा
प्राणो की तू पूर्णिमा
मेरा तू ही मेहरबा
संग न छोड़ू स्वर्गमा
मिलती है तू स्वपनमा
बलमा पिर्यातमा पिर्यातमा
पिर्यातमा है तू मेरे दिल का मेहमा
आतिथ्य यु ही रहना सदा ह्रदय माँ.