घूँघट हटायके, नज़रें मिलायके - The Indic Lyrics Database

घूँघट हटायके, नज़रें मिलायके

गीतकार - केदार शर्मा | गायक - सुधा मल्होत्रा, मुबारक बेगम | संगीत - रोशन | फ़िल्म - रंगीन रातें | वर्ष - 1956

View in Roman

घूँघट हटायके, नज़रें मिलायके, बल्मा से कह दूँगी बात
चोरी चोरी चुपके चुपके, बल्मा से कह दूँगी बात
घूँघट हटायके, नज़रें मिलायके, बल्मा से कह दूँगी बात

(बार बार लेके अँगड़ाई)-2
मैं खुद ही हँसी, खुद ही शर्माइ
खुद ही हँसी, खुद ही शर्माइ
कहने तो और की ?
चोरी चोरी चुपके चुपके ...

हर धड़कन में नये तराने
(होंठों पर हैं गीत सुहाने)-2
नैनों में क्यों बरसात, हाय राम
नैनों में क्यों बरसात
चोरी चोरी चुपके चुपके ...$