घिर-घिर आए बदरवा कारे - The Indic Lyrics Database

घिर-घिर आए बदरवा कारे

गीतकार - प्रेम धवन | गायक - मुबारक बेगम, तलत महमूद | संगीत - धनीराम | फ़िल्म - डाक बाबू | वर्ष - 1954

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घिर घिर के आसमाँ पर छाने लगी घटाएं
कह दो कोई पिया से परदेसवा न जाएं

क़ाबू में दिल नहीं है, न होश में जवानी
बेसुध बना रही हैं मस्ती भरी हवाएं
कह दो कोई पिया से ...

तेरी हँसी तो जाकर फूलों में छुप गयी थी
कोयल की कूक बनकर गूँजी मेरी सदाएं
कह दो कोई पिया से ...

तू अपनी ओढ़नी में मन बाँध लें पिया का
फिर ना उन्हें तू भूले न वो तुम्हें भुलाएं
कह दो कोई पिया से ...$