घिर घिर के आसमाँ पर छाने लगी घटाएं - The Indic Lyrics Database

घिर घिर के आसमाँ पर छाने लगी घटाएं

गीतकार - केदार शर्मा | गायक - राजकुमारी | संगीत - राजकुमारी | फ़िल्म - बावरे नैन | वर्ष - 1950

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घिर घिर आयी कारी बदरिया
देर लगयी, मेरी याद न आयी
घर आजा आजाऽ
घर आजा सांवरीया

दरश बिना मेरी अंखीयां प्यासी
नीस दिन बाट टके तेरी दासी
छायी है उदासी प्यास बुझा जा आजा /-2
तोहे धूंदे नज़रीया आजा
घर आजा सांवरीया
घिर घिर आयी /थ्रीदोत्स

बीतत नाहीं दिन जीया नहीं लागे
अंखीयों से निन्दीय दूर दूर भागे
बिन्ती करुन मैन दर्श दिखा जा आजा /-2
ले ले मेरी खबरीया आजा आजाऽऽऽ
घर आजा सांवरीया
घिर घिर आयी /थ्रीदोत्स$