बहारों ने जिसे छेड़ा है वो साज-ए-जवानी है - The Indic Lyrics Database

बहारों ने जिसे छेड़ा है वो साज-ए-जवानी है

गीतकार - शेवन रिज़वी | गायक - मुकेश | संगीत - ज्ञान दत्ता | फ़िल्म - सुनहरे दिन | वर्ष - 1949

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बलहारी रे कुकड़कूँ बोल

बलहारी रे कुकड़कूँ बोल

मैं वारी रे कुकड़कूँ बोल

बोल

नाम तिहारो सूरबीर

और जात तेरी अनमोल

काहे छिपछिप कर तू बैठे

घूँघट के पट खोल

कुकड़कूँ बोल

कुकड़कूँ

बलहारी रे कुकड़कूँ बोल

मैं वारी रे कुकड़कूँ बोल

बोल

अम्मा तेरी ताशकन्द ? की

बाप तेरा मंगोल

सीना तान के जब तू निकले

दुश्मन जाये डोल

कुकड़कूँ बोल

कुकड़कूँ

बलहारी रे कुकड़कूँ बोल

मैं वारी रे कुकड़कूँ बोल

बोल