घर आया महमान कोई जान न पहचान बने बालमा - The Indic Lyrics Database

घर आया महमान कोई जान न पहचान बने बालमा

गीतकार - शकील | गायक - लता | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - उड़न खटोला | वर्ष - 1955

View in Roman

ल:
घर आया महमान कोई जान न पहचान बने बालमा
ओ बड़ा ज़ालमा हो बड़ा ज़ालमा

को:
ओ घर आया मेहमान
घर आया महमान कोई जान न पहचान बने बालमा
ओ बड़ा ज़ालमा हो बड़ा ज़ालमा

ल:
पहले नैनं में फिर मन में आया
चाँदनी मेरे जीवन में लाया हो
को:
पहले नैनं में फिर मन में आया हो
चाँदनी मेरे जीवन में लाया हो
ल:
ओऽ ओऽ चंदा की खिड़की से देखे जो घूर
खड़ा दूर, जिया चूर
को:
होय चंदा की खिड़की से देखे जो घूर
खड़ा दूर जिया चूर
ल:
मोहे छेड़े हर आन
करे मान बेइमान बने बालमा
ओ बड़ा ज़ालमा हो बड़ा ज़ालमा

ल:
ओऽ करे नटखट इशारों में बतियाँ-2
जिया धड़के मोरा-2
फड़के अँखियाँ
को:
ओऽ फड़के अँखियाँ
ल:
ओऽ ओऽ फड़के अँखियाँ हो
को:
करे नटखट इशारों में बतियाँ
हो जिया धड़के मोरा, फड़के अँखियां
ल:
ओऽ ओऽ लागे ना मनवा पे बिरहा का तीर
बहे नीर उठे पीर
को:
होय लागे ना मनवा पे बिरहा का तीर
बहे नीर उठे पीर
ल:
कहीं जाये ना जान
मैं नादान हूँ अनजान बने बालमा
ओ बड़ा ज़ालमा हो बड़ा ज़ालमा

को:
ओ घर आया मेहमान
घर आया महमान कोई जान न पहचान बने बालमा
ओ बड़ा ज़ालमा हो बड़ा ज़ालमा$