तुम्हारे प्यार में हम शिकार करने को आए - The Indic Lyrics Database

तुम्हारे प्यार में हम शिकार करने को आए

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - शिकार | वर्ष - 1968

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तुम्हारे प्यार में हम बेक़रार हो के चले
शिकार करने को आए शिकार हो के चले
शिकार करने को ...तुम्हें क़रीब से देखा तो दिल को हार दिया
तुम्हारी शोख़ अदा ने हमें तो मार दिया
हर एक बात पे हम तो निसार हो के चले
शिकार करने को ...तुम्हारी आँख मोहब्बत की बात कहती है
तुम्हें भी किसी की तलाश रहती है
ये राज़ जान गए राज़दार हो के चले
शिकार करने को ...न अपना होश न अपनी ख़बर कहाँ हैं हम
इसी का नाम मोहब्बत है ऐ मेरे हमदम
तुम्हारे कूचे से दीवानावार हो के चले
शिकार करने को ...