सुखि बगिया हरि हुई - The Indic Lyrics Database

सुखि बगिया हरि हुई

गीतकार - नरेंद्र शर्मा | गायक - पुरुष स्वर, पारुल घोष | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - हमारी बात | वर्ष - 1943

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सूखी बगिया हरी हुई
अब सूखी बगिया हरी हुई
घन श्याम बदरिया छाई रे
श्याम बदरिया छाईडाल डाल नव पल्लव झूले
बीती बातों को मन भूले
जीवन की रिती नदिया में
नई तरंग लहराई रे
श्याम बदरिया छाई ...नई लहरियों में बहता जल
नई नई रुत, नये फूल फल
नये गुलों के गालों पर
नन्हीं शबनम मुसकाई रे
श्याम बदरिया छाई ...