मान मेरा आहसान अरे नादान के मैंने - The Indic Lyrics Database

मान मेरा आहसान अरे नादान के मैंने

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - आन | वर्ष - 1952

View in Roman

मान मेरा अहसान अरे नादान के मैने
तुझसे किया है प्यार
मैने तुझसे किया है प्यारमेरी नज़र की धूप न भरती रूप तो होता
हुस्न तेरा बेकार
मैने तुझसे किया है प्यार
मान मेरा ...उलफ़त न सही नफ़रत ही सही
इस को भी मुहब्बत कहते हैं
तू लाख छुपाए भेद मगर हम
दिल में समाए रहते हैं
तेरे भी दिल में आग उठी है जाग ज़बां से
चाहे न कर इक़रार
मैने तुझसे किया है प्यार
मेरी नज़र की ...अपना न बना लूँ तुझको अगर
इक रोज़ तो मेरा नाम नहीं
पत्थर का जिगर पानी कर दूँ ये
तो कोई मुश्किल काम नहीं
छोड़ दे अब ये खेल तू कर ले मेल मेरे संग
मान ले अपनी हार
मैने तुझसे किया है प्यार
मान मेरा ...