हर शै पे जवानी हैं - The Indic Lyrics Database

हर शै पे जवानी हैं

गीतकार - नाजिम पानीपति | गायक - गीता दत्त, लता मंगेशकर | संगीत - गुलाम हैदर | फ़िल्म - मजबूर | वर्ष - 1948

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गीता:
हर शै पे जवानी है -२
हाय मेरे होंठों पे
होंठों पे
साजन की कहानी है
हाय साजन की कहानी हैलता:
ओऽ गोरी
बदनाम न हो जाना -२
गली गली गूँजे ना
गूँजे ना
तेरे प्यार का अफ़साना
हाय तेरे प्यार का अफ़सानागी:
ओऽ मोरे साजन आन मिलेंगे -२
(मनवा की बगिया में
फूल खिलेंगे) -२
इन फूलों को खिलने दो
दो दिल मिलते हैं
हाय सजनी
दो दिलों को मिलने दो
हाय दो दिलों को मिलने दोदो:
मेरी बगिया में फूल खिले -२
दुनिया को भूल गयी
भूल गयी
जब नैन से नैन मिले
हाय जब नैन से नैन मिलेल:
ओऽ प्यार बुरा है, प्यार न करना -२
अँखियाँ किसी से चार न करना -२
जिसे प्रीत का रोग लगे
दिन को वो आहें भरे
आहें भरे
और सारी रात जगे
हाय और सारी रात जगेदो:
हर शै पे जवानी है
हाय मेरे होंठों पे
होंठों पे
साजन की कहानी है
हाय साजन की कहानी है