बचपन की याद धीरे धीरे - The Indic Lyrics Database

बचपन की याद धीरे धीरे

गीतकार - नखशाब जारवची | गायक - जी एम दुर्रानी, ​​लता | संगीत - शौकत हैदरी | फ़िल्म - आइए | वर्ष - 1949

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बचपन की याद धीरे धीरे प्यार बन गयी

बचपन की याद धीरे धीरे प्यार बन गयी

आ देख एक फुलवारी अब गुलज़ार बन गयी

दिल में मोहब्बत आयी जवानी के साथ साथ

मेरी दिल की नगरी प्यार का संसार बन गयी

आ देख एक फुलवारी

दुनिया से जिसको हम ने छिपाया था बार बार

वो बात आके होंठों पर इक़रार बन गयी

आ देख एक फुलवारी