ना आया मन का मीत उमरिया बीत गई सारि - The Indic Lyrics Database

ना आया मन का मीत उमरिया बीत गई सारि

गीतकार - केदार शर्मा | गायक - के सी डे | संगीत - तिमिर बरन | फ़िल्म - देवदास | वर्ष - 1935

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न आया मन का मीत उमरिया बीत गई सारी -२
उमरिया बीत
न आया मन का मीत उमरिया बीत गई सारी
उमरिया बीतआहट पा कर कोई ल राही ?? कहते हैं लोगो आते हैं -२
धोखा खाने वाले नयना हरदम धोखा खाते हैं
रे धोखा खाने वाले नयना हरदम धोखा खाते हैं
आशा और निराशा में
इस आशा और निराशा में सब रही उमरिया बीतन आया मन का मीत उमरिया बीत गई सारी
उमरिया बीततुम कौन हो
पारवती
ख़ुश रहोनाहीं पड़त मोहे पीर न चैना
पी के दरस को तरसत नै नाऽऽ
( नाहीं पड़त मोहे पीर न चैना
पी के दरस को तरसत नैना ) -२पल-पल छिन-छिन ढलते-ढलते
पल-पल छिन-छिन ढलते-ढलते गई उमरिया बीतन आया मन का मीत