बेकरार दिल तू गाए जा - The Indic Lyrics Database

बेकरार दिल तू गाए जा

गीतकार - इर्शाद | गायक - सुलक्षणा पंडीत - किशोर कुमार | संगीत - किशोर कुमार | फ़िल्म - दूर का राही | वर्ष - 1971

View in Roman

बेकरार दिल तू गाए जा, खुशियों से भरे वो तराने
जिन्हे सुनके दुनिया झूम उठे और झूम उठे दिल दीवाने
राग हो कोई मिलन का, सुखसे भरी सरगम का
युग युग के बंधन का, साथ हो लाखों जनम का
ऐसे ही बहारे गाती रहे, और सजते रहे वीराने
रात यूँ ही थम जाएगी, रुत ये हसीन मुसकाएगी
बँधी कली खिल जाएगी, और शबनम शरमाएगी
प्यार के हो ऐसे नग्में, जो बन जाए अफ़साने
दर्द में डूबी धून हो, सीने में एक सुलगन हो
साँसों में हलकी चुभन हो, सहमी हुई धड़कन हो
दोहराते रहे बस गीत नए, दुनिया से रहे बेगाने