मुझे जाँ ना कहो मेरी जाँ - The Indic Lyrics Database

मुझे जाँ ना कहो मेरी जाँ

गीतकार - गुलजार | गायक - गीता दत्त | संगीत - कानू रॉय | फ़िल्म - अनुभव | वर्ष - 1971

View in Roman

मुझे जाँ ना कहो मेरी जाँ
मेरी जाँ, मेरी जाँ
जाँ ना कहो अन्जान मुझे
जान कहाँ रहती है सदा
अन्जाने क्या जाने, जान के जाए कौन भला
सूखे सावन बरस गये
कितनी बार इन आँखों से
दो बुँदे ना बरसे, इन भीगी पलकों से
होंठ झुके जब होंठोंपर
साँस उलझी हो साँसों में
दो जुड़वा होंठों की, बात कहो आँखों से