शोला हूँ, भड़कने की गुजारीश नहीं करता - The Indic Lyrics Database

शोला हूँ, भड़कने की गुजारीश नहीं करता

गीतकार - मुजफ्फर वारसी | गायक - जगजीत सिंह | संगीत - जगजीत सिंह | फ़िल्म - इकोज | वर्ष - 1985

View in Roman

शोला हूँ, भड़कने की गुजारीश नहीं करता
सच मुँह से निकल जाता है, कोशिश नहीं करता
गिरती हुई दीवार का हमदर्द हूँ लेकिन
चढ़ते हुए सूरज की परस्तिश नहीं करता
माथे के पसीने की महक आये ना जिस से
वो खून मेरे जिस्म में गर्दिश नहीं करता
हमदर्दी-ए-एहबाब से डरता हूँ मुज़फ्फर
मैं जख्म तो रखता हूँ, नुमाईश नहीं करता